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Thursday 12 September 2013

हंसी का खजाना || मज़ेदार किचन शायरी ||





मेरी मोहब्बत को अपने दिल में ढूंढ लेना,
और हां आटे को अच्छी तरह गूंध लेना।
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मिल जाए अगर प्यार तो खोना नहीं,
प्याज काटते वक्त बिलकुल रोना नहीं।
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मुझसे रूठ जाने का बहाना अच्छा है ,
थोड़ी देर और पकाओ आलू अभी कच्चा है।
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मिलकर फिर खुशिओं को बाटना है,
टमाटर जरा बारीक ही काटना है।
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लोग हमारी मोहब्बत से जल न जाएं
चावल टाइम पे देख लेना कहीं जल न जाएं
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कैसी लगी गजल बता देता,
नमक कम लगे तो और मिला लेना.....

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